गुरु चांडाल योग, जिसे गुरु ग्रह और राहु की संयोजन से उत्पन्न होने वाले एक योग के रूप में जाना जाता है, किसी के जीवन में चुनौती ला सकता है। इसका सीधा असर व्यक्ति के चरित्र, स्वास्थ्य, और सामाजिक संबंधों पर पड़ता है। हालांकि यह मानव व्यवहार और जीवन में कठिनाईयों का कारण बन सकता है, ये उपायों को अपनाकर इसका प्रभाव कम किया जा सकता है।

उपाय बताए जा रहे हैं.रत्नाकर ज्योतिष संस्थान  जो गुरु चांडाल योग के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं:-

मन्त्र जाप: बृहस्पति ग्रह को शांति प्रदान करने के लिए गुरु मन्त्र का जाप करें। “ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः” यह मन्त्र जाप करने से गुरु ग्रह की शांति हो सकती है।

दान और सेवा: गुरु को समर्थन और सेवा करने के लिए दान करें। इससे समर्थन मिल सकता है और कर्मिक बंधनों को कम किया जा सकता है।

व्रत और उपासना: गुरुवार को बृहस्पति व्रत रखें और गुरु पूजा करें। इससे गुरु ग्रह की कृपा मिल सकती है और योग का प्रभाव कम हो सकता है।

योग और प्राणायाम: योग और प्राणायाम का अभ्यास करना मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित कर सकता है, जिससे गुरु चांडाल योग का प्रभाव कम हो सकता है।

शास्त्रों का अध्ययन: गुरु ग्रह के विषय में शास्त्रों का अध्ययन करने से ज्ञान में वृद्धि हो सकती है और योग का प्रभाव कम हो सकता है।

ध्यान रहे कि ये उपाय व्यक्ति के आध्यात्मिक और आधिकारिक योग्यताओं पर भी निर्भर करते हैं। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले एक विशेषज्ञ या ज्योतिषी से सलाह लेना सुरक्षित हो सकता है

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें:।
www.rjyotishi.com
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

-: अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें :-
Ratnakar Jyotish Sansthan
Flat No 102, Vigyan Khand,
Gomati Nagar, Near Rajat Petrol Pump
Lucknow 226010 Uttar Pardesh.
+91 70525 89999
info@rjyotishi.com
Download Android App
सम्पर्क सूत्र

Leave A Comment