मूंगा रत्न (लाल प्रवाल) धारण करने के लाभ

मूंगा रत्न मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। इसे धारण करने से मंगल की ऊर्जा प्रबल होती है, जो साहस, आत्मविश्वास, और शारीरिक शक्ति प्रदान करती है। मूंगा विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर, अशुभ, या नीच राशि में स्थित हो।


मूंगा धारण करने के मुख्य लाभ

1. साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि

  • मूंगा जातक के भीतर साहस और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
  • डर, झिझक, और अनिर्णय की प्रवृत्ति को कम करता है।
  • जातक को जीवन में जोखिम लेने और सफलता पाने के लिए प्रेरित करता है।

2. स्वास्थ्य में सुधार

  • रक्त संचार और रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  • कमजोरी, थकावट, और रक्त से जुड़ी बीमारियों को ठीक करता है।
  • पाचन तंत्र, हड्डियों, और त्वचा संबंधी रोगों में लाभकारी है।

3. ऊर्जा और सक्रियता बढ़ाना

  • मूंगा धारण करने से जातक ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करता है।
  • मानसिक और शारीरिक थकान को कम करता है।
  • यह आलस्य को दूर करके जातक को कार्यों में लगनशील बनाता है।

4. मंगल दोष का निवारण

  • जिनकी कुंडली में मंगल दोष (मांगलिक दोष) होता है, उनके लिए मूंगा अत्यंत उपयोगी है।
  • विवाह, दांपत्य जीवन, और पारिवारिक संबंधों में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।

5. धन और समृद्धि में वृद्धि

  • व्यवसाय और करियर में प्रगति दिलाने में सहायक है।
  • ऋण, कानूनी मामलों, और शत्रुओं से छुटकारा पाने में मदद करता है।

6. साहसिक कार्यों में सफलता

  • यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो सेना, पुलिस, खेल, या अन्य साहसिक क्षेत्रों से जुड़े हैं।
  • नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है और निर्णय लेने की शक्ति प्रदान करता है।

7. शत्रुओं और बाधाओं से रक्षा

  • जातक को शत्रुओं, नकारात्मक ऊर्जा, और किसी भी प्रकार के षड्यंत्र से बचाता है।
  • जीवन में आने वाली अनावश्यक बाधाओं को दूर करता है।

मूंगा धारण करने की विधि और सावधानियाँ

1. धारण का दिन और समय:

  • मंगलवार के दिन, प्रातःकाल (सुबह 6 से 9 बजे के बीच)।

2. धारण की धातु:

  • सोने या तांबे में जड़वाकर।

3. उंगली:

  • दाहिने हाथ की अनामिका (रिंग फिंगर)।

4. शुद्धिकरण प्रक्रिया:

  • मूंगे को गाय के कच्चे दूध में डुबोकर और गंगाजल से धोकर शुद्ध करें।
  • धारण करते समय “ॐ अंगारकाय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।

5. आदर्श वजन:

  • मूंगे का वजन 5 से 9 कैरेट के बीच होना चाहिए।

किसे धारण करना चाहिए?

  1. जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर, नीच राशि (कर्क) में या शत्रु ग्रहों से पीड़ित हो।
  2. मांगलिक दोष से प्रभावित जातक।
  3. जिनके जीवन में बार-बार शारीरिक कमजोरी, मानसिक तनाव, या बाधाएँ आती हों।
  4. जो साहस, आत्मविश्वास, और शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि चाहते हों।

सावधानियाँ:

  1. हमेशा प्रमाणित और प्राकृतिक मूंगा धारण करें।
  2. इसे धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लें।
  3. यदि मूंगा धारण करने के बाद कोई नकारात्मक प्रभाव महसूस हो, तो इसे तुरंत उतार दें।

यदि आपकी कुंडली का विवरण उपलब्ध हो, तो मैं यह बता सकता हूँ कि आपके लिए मूंगा उपयुक्त है या नहीं।

-: अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें :-
Ratnakar Jyotish Sansthan
Flat No 102, Vigyan Khand,
Gomati Nagar, Near Rajat Petrol Pump
Lucknow 226010 Uttar Pardesh.
+91 70525 89999
info@rjyotishi.com
Download Android App
सम्पर्क सूत्र

Leave A Comment