ज्योतिष एक प्राचीन विज्ञान है जिसमें ग्रहों, नक्षत्रों, और भूमंडली के बीच संबंध का अध्ययन किया जाता है। ज्योतिष में निम्नलिखित मुख्य तत्वों को देखा जाता है:
ग्रहों की स्थिति: ज्योतिष में नौ ग्रहों को महत्वपूर्ण ध्यान दिया जाता है – सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु। ये ग्रह व्यक्ति की जन्मकुंडली में विभिन्न भावों में स्थित होते हैं और उनकी स्थिति के आधार पर व्यक्ति के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते हैं।
राशि: ज्योतिष में 12 राशियाँ होती हैं, और हर व्यक्ति की जन्मकुंडली में किसी न किसी राशि का स्थान होता है। राशि व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वभाव, और स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है।
भाव: ज्योतिष में 12 भाव होते हैं, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते हैं। ये भाव विवाह, संतान, धन, स्वास्थ्य, शिक्षा, करियर, यात्रा, संबंध, और आध्यात्मिकता आदि को प्रभावित कर सकते हैं।
दशा और अंतरदशा: ज्योतिष में ग्रहों की वर्तमान दशा और अंतरदशा का अध्ययन किया जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में विभिन्न कार्यकाल और परिवर्तनों का अनुमान लगाया जा सकता है।
योग: ज्योतिष में विभिन्न योगों का भी ध्यान रखा जाता है, जिन्हें ग्रहों और भावों की संयुक्त स्थिति के आधार पर पहचाना जाता है। ये योग विभिन्न प्रकार के परिणाम प्रदान कर सकते हैं, जैसे धनवान योग, राजयोग, विदेश यात्रा योग आदि।
ज्योतिष एक विशिष्ट विज्ञान है जो व्यक्ति के जीवन में प्रभाव डालने के लिए ग्रहों, राशियों, भावों, और योगों के बीच संबंध का अध्ययन करता है।