यदि शुक्र के साथ शनीचर हो या गुरु हो तथा वहां शुभ ग्रह की दृष्टि भी ना पड़ती हो तो वहां पादखंज योग बनता है।
ऐसा जातक लंगड़ा होता है तथा उसका जीवन सुखमय नहीं होता। इसमें किसी प्रकार की शंका नहीं है !!
यदि शुक्र के साथ शनीचर हो या गुरु हो तथा वहां शुभ ग्रह की दृष्टि भी ना पड़ती हो तो वहां पादखंज योग बनता है।
ऐसा जातक लंगड़ा होता है तथा उसका जीवन सुखमय नहीं होता। इसमें किसी प्रकार की शंका नहीं है !!